दोस्तों! आजकल इंटरनेट और मोबाइल सभी लोगो की एक जरुरत बन गया है। अगर इंटरनेट न हो तो हम सभी बेचैन हो उठते है। सुबह उठने से लेकर रात में सोने तक इंटरनेट हमारी जिंदगी को बहुत आसान बनाता जा रहा है। इसके चलते ही ये हमारी एक जरुरत बन गया है। पर क्या आपको पता है? Internet कैसे चलता है ? Optical Fiber Cable क्या है? जो समुंद्र में बिछी होती है? अगर नहीं तो आज हम इसके बारे में सभी जानकारी बताने वाले है।
आज हम जानेंगे –
- इंटरनेट क्या है ?
- इंटरनेट का इतिहास क्या है ?
- इंटरनेट कैसे काम करता है ?
- इंटरनेट के क्या क्या फायदे/लाभ है ?
- इंटरनेट के क्या क्या नुकसान है ?
- फुल फॉर्म क्या है OFC की ?
- Optical Fiber Cable क्या है?
- ऑप्टिकल फाइबर का इतिहास क्या है?
- OFC के क्या क्या फायदे है ?
- OFC के क्या क्या नुकसान है ?
इंटरनेट क्या है ? What is internet?
जब कंप्यूटर आपस में जुड़ जाते है। उसके बाद जानकरी का आदान प्रदान होता है। उसे इंटरनेट कहा जाता है। इसके अंदर सभी कंप्यूटर एक जाल के रूप में जुड़े होते है। कंप्यूटर को दो तरह से जोड़ा जाता है। एक केबल (जैसे ऑप्टिकल फाइबर केबल) के साथ और दूसरा तरंग (वायरलेस) के साथ।
कंप्यूटर आपस में जुड़ने के बाद जो कम्युनिकेशन करते है उसे ही इंटरनेट कहा जाता है।
Internet का इतिहास क्या है ? What is the history of the Internet?
अगर इंटरनेट के इतिहास की बात करे तो सबसे पहले इसका इस्तेमाल अमेरिका के रक्षा विभाग द्वारा किया गया था। जिसे टीम बर्नर्स ली ने साल 1969 में बनाया था।
उसके बाद 1980 में बिल गेट्स के द्वारा और 1984 में एप्पल के द्वारा इस्तेमाल किया गया।
साल 1989 में टीम बर्नर्स ली ने इंटरनेट को अधिक आसान बनाने के लिए पेज, लिंक और ब्राउज़र का इस्तेमाल करके WWW (World Wide Web) को बनाया था।
इंटरनेट कैसे काम करता है ? How does the Internet work ?
95 प्रतिशत से अधिक इंटरनेट समुंद्र में बिछी ऑप्टिकल फाइबर केबल के जरिये ही इस्तेमाल किया जाता है। आपको शायद यकीन न हो लेकिन हम जो भी इंटरनेट इस्तेमाल करते है वो सभी केबल से ही आता है। फिर चाहे आप अपने मोबाइल में चलाये।
हमारे लिए इंटरनेट काम कैसे करता है ? जब हम कोई भी इंटरनेट से जुड़ा काम करते है तो यह कई अलग जगह से गुजरता है। यह एक बहुत बड़ी प्रक्रिया होती है। आइए इसे समझते है।
इंटरनेट देने वाली कम्पनियाँ – Internet delivery companies
दुनिया में 3 तरह की कम्पनियाँ है जिससे हमें इंटरनेट मिलता है। TR 1 कंपनी, TR 2 कंपनी और TR 3 कंपनी।
TR 1 कंपनी
TR 1 कंपनी जो होती है वो समुंद्र फाइबर केबल या सबमरीन केबल बिछाती है। अभी तक इन कंपनियों ने लाखों किलोमीटर के समुंद्री क्षेत्र में इन केबलों बिछा दिया है। जो लगभग सभी देशो को आपस में जोड़ती है। इंटरनेट का सबसे बड़ा खर्चा यही होता है।
TR 2 कंपनी
TR 1 कंपनी केबल को देश में एक पॉइंट पर छोड़ देती है। जैसे भारत के लिए मुंबई में सबसे बड़ा पॉइंट है। इसके बाद TR 2 कंपनी आती है जो TR 1 कंपनी से इंटरनेट खरीदती है। देश के हिस्सों में अपनी फाइबर केबल बिछाती है जैसे रिलायंस, एयरटेल और मोबाइल टॉवर तक भी पहुंचाती है। जिससे हम मोबाइल में इंटरनेट इस्तेमाल करते है। उसमे अपना मुनाफा जोड़ कर TR 3 कंपनी को बेच देती है।
TR 3 कंपनी
और अंत में TR 3 कंपनी हमे इंटरनेट देती है। TR 3 कंपनी कंपनी भी इसमें अपना मुनाफा जोड़ कर हमसे पैसे लेती है। जैसे हैथवे, स्पेक्ट्रा नेट आदि
तो इस तरह से हमारे पास तक इंटरनेट पहुँचता है। शायद आपने सोचा भी नहीं होगा की इंटरनेट हमारे पास तक कैसे पहुंचता है।
इंटरनेट के क्या क्या फायदे/लाभ है ? What are the advantages / benefits of internet?
इंटरनेट के फायदों की बात करें तो अनेकों फायदे है।
- इंटरनेट आने से वो सभी काम काफी आसान को तेज हो गए है जिसे पहले करने में घंटो लग जाते है। जैसे बैंक में, पहले घंटो इंतजार करना पड़ता था। लेकिन अब यह आसान हो गया है।
- मनोरंजन का एक बड़ा साधन बन चूका है। जैसे ऑनलाइन गेम खेलना, चैटिंग करना, वीडियो देखना, गाने सुनना आदि।
- पहले किसी को सन्देश भेजने में कई दिन या कभी कभी तो महीने भी लग जाते थे। लेकिन इंटरनेट के आने से यह काम तुरंत हो जाता है। जैसे ईमेल, फ़ोन कॉल, वीडियो कॉल।
- इंटरनेट के माध्यम से पैसो ले लेन देन में काफी सहायता मिली है। जैसे अब हमें नोट रखने की ज्यादा जरुरत नहीं होती है। उसकी जगह ऑनलाइन भुगतान कर सकते है। डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड आदि का भी इस्तेमाल कर सकते है।
- पढाई करने के लिए भी इंटरनेट काफी अच्छी सुविधा है। आप दुनिया में किसी भी स्थान पर बैठकर ऑनलाइन पढाई कर सकते है।
इंटरनेट के क्या क्या नुकसान है ? What is the disadvantage of internet?
इंटरनेट के फायदे होने के साथ साथ काफी नुकसान भी है।
- इंटरनेट पर पैसों की धोखाधड़ी काफी अधिक होती है। हमारी कुछ गलतियों की वजह से हम धोखेधड़ी का शिकार हो जाते है।
- इंटरनेट पर हमेशा हमारे निजी डाटा का लीक होने का खतरा बना रहता है।
- बच्चे पर काफी गलत प्रभाव पड़ रहा है क्योंकि इंटरनेट पर 18+ सामग्री अधिक मात्रा में उपलब्ध है।
- हमारी निजी जानकारी लेकर कोई भी हमें ब्लैकमेल कर सकता है।
फुल फॉर्म क्या है OFC की ? What is the full form of OFC?
OFC की फुल फॉर्म – ऑप्टिकल फाइबर केबल
Full form of OFC – Optical Fiber Cable
Optical Fiber Cable क्या है? What is optical fiber cable?
जब हम सूचनाओं को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए केबल का उपयोग करते है तो उस केबल को ऑप्टिकल फाइबर केबल कहते है। ऑप्टिकल फाइबर केबल में सभी जानकारी/डाटा को एक प्रकाश बिंदु के रूप में एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जाता है।
इस केबल के अंदर काफी पतले पतले तार लगे होते है। जो विद्युत चुम्बकीय तरंग वाहक विकसित करते है। इसी के आधार पर ऑप्टिकल फाइबर केबल काम करती है। इसके अंदर डाटा काफी तेजी से हस्तांतरण करता है।
ऑप्टिकल फाइबर का इतिहास क्या है? What is the history of optical fiber?
सबसे पहले चार्ल्स के काओ और जॉर्ज होक्कहम ने सन 1966 में पहली बार Optical Fiber Cable के बारे में बताया की कैसे डाटा को केबल के जरिये काफी तेजी से भेजा जा सकता है।
साल 1975 में 45 एमबीपीएस की स्पीड से डाटा को 10 किलोमीटर तक भेजा गया। इसे पहली पीढ़ी कहा जाता है।
सन 1980 से 1986 तक ऑप्टिकल फाइबर केबल में काफी सुधार किये गए। और फिर साल 1987 में 1.7 GB की स्पीड से डाटा को 50 KM में भेजा गया। इसे दूसरी पीढ़ी कहा जाता है।
तीसरी पीढ़ी में काफी सुधार करते हुए 2.5 GB को 100 KM पर टेस्ट किया गया।
चौथी पीढ़ी 1992 से शुरू हुई। जिसमे काफी अच्छे परिणाम सामने आने लगे। साल 2001 में 10 Tbit को 160 किलोमीटर तक पहुँचाया गया।
अब हम पांचवी पीढ़ी में काम कर रहे है। जिसमे हाल ही में 14 Tbit की स्पीड से डाटा 160 किलोमीटर पर भेजा गया। अब आने वाले समय में देखते है क्या होता है।
OFC के क्या क्या फायदे है ? What are the benefits of Optical Fiber Cable?
इसके फायदे और इसका इस्तेमाल काफी अलग अलग जगह होता है। आइये जानते है।
- यह काफी हलके होते है जिसकी वजह से इन्हे ले जाने में आसानी होती है।
- अगर इसकी तुलना तांबे से की जाये तो लम्बे समय में यह हमे सस्ते पड़ते है।
- क्योंकि यह प्रकाश बिंदु पर कार्य करते है। इसलिए डाटा तेजी से हस्तांतरण होता है।
- इसमें सिग्नल की गिरावट भी काफी कम होती है। अगर किसी और धातु के तर से तुलना करे तो जैसे तांबे के तर से।
- इनकी अनुमानित उम्र लगभग 90 वर्षो से अधिक होती है। इसलिए यह एक अच्छा विकल्प है।
- सेना के उपकरण में भी इस्तेमाल किया जाता है।
- चिकित्सा के क्षेत्र में भी कई अलग अलग मशीनों में काम आता है। जैसे X-ray imaging, endoscopy, light therapy
- Endoscopy में fibrescope inspection के लिए भी optical fibre का इस्तेमाल होता है
OFC के क्या क्या नुकसान है ? What is the disadvantage of Optical Fiber Cable?
आइये अब Optical Fiber Cable के नुकसान के बारे में जान लेते है।
- यह काफी नाजुक होते है इसलिए इनके रखरखाव का ज्यादा ध्यान देना होता है।
- क्योंकि यह शीशे से बनाये जाते है इसलिए इन्हे अधिक मोड़ा नहीं जा सकता।
- अगर मोड़ अधिक आ जाता है तो सिग्नल काफी कमजोर होने लगते है। जबकि ऐसा तांबे में नहीं होता है।
- ट्रांसमीटर और रिसीवर को अधिक दुरी पर नहीं रख सकते।
निष्कर्ष – The conclusion
तो दोस्तों आज आपने जाना की Optical Fiber Cable क्या है? जो समुंद्र में बिछी होती है? Internet कैसे चलता है? उम्मीद करता हूँ की आज आपको इसके बारे में सभी जानकारी मिल गयी होगी।
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आशा करता हूँ आपको ये जानकारी जरूर पसंद आयी होगी। अगर आपको ये जानकारी पसंद आयी हो तो जरूर Comment Box में बताएं और अगर आप कुछ पूछना या बताना चाहते है तो कृपया Comment करे, मैं जरूर Reply देनें की कोशिश करूँगा।
Ye optical fibre cable start kha se hoti hai
नमस्कार राहुल,
आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद, ऑप्टिकल फाइबर केबल डेटा सेंटर या सर्वर रूम से स्टार्ट होती है।
Thanks
Hindi Plus Team
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