कोरोना वायरस क्या है? (What Is CORONA Virus)
कोरोना वायरस एक विषाणुओं (Viruses) का समूह है। जिसका असर स्तनधारियों ( Mammals) ओर पक्षियों (Birds) दोनो पर होता है। मनुष्यों पर ये श्वसन तंत्र (The Respiratory System) पर गहरा असर करता है। जिसके कारण सांस लेने में दिक्कत होने लगती है और साथ ही शुरुआती लक्षण में हल्के बुखार, सर्दी और जुकाम से लेकर मृत्यु (Death) तक हो सकती है। जानवरों (गाय और सुअर) में इस वायरस के कारण अतिसार (Diarrhea) हो सकता है और साथ मे मृत्यु भी हो सकती है।
इसका असर पक्षियों ( मुर्गियों ) में भी होता है। कोरोना वायरस पक्षियों के भी श्वसन तंत्र (The Respiratory System) पर असर करता है और उसे काफी क्षति पहुंचता है जिसके कारण पक्षियों की मौत भी हो सकती है।
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए अभी कोई भी दवा (Antiviral) और सुई (Vaccine) नही बनी है। अभी उपचार के लिए रोगी को अपने प्रतिरक्षा प्रणाली ( Immune System) का ही सहारा लेना पड़ता है हालांकि रोगी को इलाज के तौर पर निर्जलीकरण (Dehydration) ओर बुखार की दवा दी जाती है ताकि रोगों से लड़ने के समय शरीर को ऊर्जा मिलती रहे।
कोरोना वायरस की उत्पत्ति (Origin of Corona Virus)
वायरस के समूह का सदस्य कोरोना वायरस चीन के एक शहर वुहान (Wuhan) से शुरू हुआ था। जिसका संक्रमण साल 2019-20 में तेजी से फैलता जा रहा है।
यह वायरस भी जानवरो से आया है। ज्यादातर लोग जो शहर में स्थित हुआनन सीफ़ूड हौलसेल मार्केट में काम करने वाले या फिर बाहर से खरीददारी के लिए आने वाले लोग थे, उनको अधिक मात्रा में संक्रमित पाया गया है। क्योंकि वो सीधे तौर पर जीवित या तुरंत मारे गए पशुओं (Animals killed immediately) के संपर्क में थे।
नामकरण (Naming)
कोरोना वायरस का नाम WHO ने COVID-19 रखा है। लैटिन भाषा में “कोरोना” का मतलब “मुकुट” होता है, इस वायरस के आस पास काटें जैसी आकृति उभरती है, जो इसे मुकुट का आकार देती है। इस कारण ही इसका नाम कोरोना वायरस दिया गया है।
खोज (Search)
कोरोना वायरस का एक समूह है जिसे सबसे पहले 1960 के दशक के अंत में खोजा गया था। उसके बाद मुर्गियों में पाया गया था जिसका नाम ब्रोंकायटिस था। इसके परिवार के अन्य सदस्यों की पहचान बाद में की गई थी। जिसमे 2003 में SARS-CoV, 2004 में HCoV NL63, 2005 में HKU1, 2012 में MERS-CoV, और SARS-CoV-2 (2019 में nCoV के रूप में जाना जाता है)। इनमे गंभीर रूप से श्वसन तंत्र को क्षति पहुंचाने की शक्ति है।
हस्तांतरण (Transmission)
कोरोना वायरस का हस्तांतरण मनुष्य में आम तौर पर खांसने ओर छींकने से उत्तपन्न होने वाली छोटी छोटी बूंदों के द्वारा होता है। जब ये बूंदे हवा के द्वारा एक जगह से दूसरी जगह जाती है तो संक्रमण (Infection) का विस्तार करती चली जाती है। इस कारण ये काफी तेजी से फैलता है। इसके फैलने के और भी कारण हो सकते है जिसमे एक मुख्य कारण संक्रमित (Infected) स्थान (रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन आदि) सार्वजनिक स्थान हो सकते है।
बचाव (Rescue)
जब वायरस से संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता (Coughing or sneezing) है तो उसके थूक के काफी छोटे छोटे कण हवा में फैल जाते है और इन कणो में वायरस मौजूद होते है, जब कोई व्यक्ति इनके संपर्क में आता है तो ये वायरस सांस के जरिये शरीर मे प्रवेश कर लेते है जिससे व्यक्ति संक्रमित हो सकता है। इसके बचाव के लिए कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए ताकि इस खतनाक बीमारी से बचा जा सके।
फेस मास्क (Face Mask)
सबसे पहले आपको अपने चेहरे को ढकना चाहिए। आप अपने चेहरे को ढकने के लिए फेस मास्क का इस्तेमाल कर सकते है जो काफी आसानी से बाजार या ऑनलाइन मिल जाते है। अगर मास्क मौजूद न हो तो आप किसी साफ धुले हुए कपड़े से भी अपना चेहरा साफ कर सकते है, लेकिन ध्यान रहे कपड़ा पूरी तरह से साफ होना चाहिए।
हाथों को साफ रखना (Keep Hands Clean)
अपने हाथों को साफ रखना काफी जरूरी है। आपको अपने हाथों (उंगलियों से लेकर कोहनियो तक) को साबुन से कम से कम 20 से 25 सेकंड तक रगड़ रगड़ कर धोना चाहिए। ताकि आपके हाथों में जो विषाणु (Virus)है वो अच्छी तरह से हट सके।
अगर आपके पास साबुन नही है तो आप हैंड सेनेटाइजर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। हैंड सेनेटाइजर भी आपके हाथों को विष्णुओ से मुक्त रखता है। ओर ये काम आपको कुछ समय के अंतराल पर करना चाहिए। अगर आप बाहर से आये है या फिर किसी व्यक्ति से मिलें है तो तुरंत हाथ साफ करें।
खांसते ओर छींकते वक्त (Coughing and Sneezing)
यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है। आपको जब भी खाँसी या छींक आती है तो आपको अपने मुंह को जरूर किसी कपड़े जैसे रुमाल या फिर टिशू से ढकना चाहिए। ताकि किसी ओर को संक्रमण न हो। अगर आपके पास रुमाल या टिशू मौजूद नही है तो आपको अपने हाथ को V आकृति बना कर अपने मुंह को जरूर ढकना चाहिये। जब आप टिशू का इस्तेमाल करते है तो इस्तेमाल के बाद उसे कूड़ेदान में फेंक दें और तुरंत अपने हाथ को धो लें।ध्यान रहे इस वायरस को जितना हो सके फैलने से रोकना चाहिए, ओर ये आपकी जिम्मेदारी है।
हाथ न धोने पर (Not Washing Hands)
अगर काफी दे हो चुकी है और आपने अपने हाथों को नही दिया है या फिर सेनेटाइज नही किया है तो आपको अपने चेहरे और आंखों को नही छूना चाहिए। ऐसा करने से विषाणु फैल सकता है। इसलिए जब तक हाथ न धुले हो तब तक चेहरे और आंख को नही छूना चाहिए।
बीमार व्यक्ति से मिलना (Meeting a Sick Person)
अगर कोई भी व्यक्ति बीमार या संक्रमित हो तो आपको उससे नही मिलना चाहिए। इसमे आपके जान पहचान वाले या फिर रिश्तेदार भी हो सकते है। क्योंकि अगर आप संक्रमित व्यक्ति से मिलते हैं तो आपको संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए जितना भी हो सके संक्रमित व्यक्ति से दूरी बना कर रखें।
संक्रमण के शक होने पर क्या करें? What to do if infection is suspected?
- पहला कदम : डॉक्टर, फार्मेसी या अस्पताल जाने से बचे ओर धैर्य रखें।
- दूसरा कदम : जो कर्मचारी आपके कक्षेत्र में उपलब्ध हैं उनसे फ़ोन या ऑनलाइन जानकारी लें।
- तीसरा कदम : आप खुद को दूसरों से अलग रखने की कोशिश करे। ये जानकारी कर्मचारी द्वारा भी दी जा सकती है।
- चौथा कदम : आपकी जानकारी स्थानीय स्वास्थ्य टीम के पास भेजी जा सकती हैं इसलिए पूरा सहयोग करें।
- पांचवा कदम : आपकी COVID – 19 की जांच की जा सकती है, उसके लिए तैयार रहे।
- छठा कदम : इन सबके बाद, डॉक्टर या नर्स द्वारा आपको जानकारी दी जा सकती है कि आगे आपको क्या करना चाहिए है। इन सब प्रकिया के दौरान आपको बिल्कुल भी घबराने की जरूर नही। हमेशा अपना धैर्य बना कर रखे।
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड ने कहा है कि जिस व्यक्ति को भी संक्रमित होने का शक हो तो वो ऊपर दिए सभी बिन्दुओ का पालन करे। और भी बाहर देशो से आये हुए लोग है वो अन्य लोगो से न मिले, उनसे दूरी बनाए रखे।
आशा करता हूँ आपको ये जानकारी जरूर पसंद आयी होगी। अगर आपको ये जानकारी पसंद आयी हो तो जरूर Comment Box में बताएं और अगर आप कुछ पूछना या बताना चाहते है तो कृपया Comment करे, मैं जरूर Reply देनें की कोशिश करूँगा।
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Jitendra Prajapati
Administrator
दोस्तों, मेरा नाम जितेन्द्र प्रजापति है। मैं B.Com ग्रेजुएट हूँ। अभी एक MNC में कार्यरत हूँ। मुझे नयी जानकारी से भरे आर्टिकल पढ़ना और लिखना बहुत पसंद है।
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