Banned Books In India. वो किताबें जिन्हें पढ़ना तो दूर, भारत में ला भी नहीं सकते।

दोस्तों, कभी कभी लेख़क कोई ऐसी किताब लिख देते है जो पूरी दुनिया में Best Seller Book बन जाती है। पर कभी कभी ऐसी पुस्तक भी प्रकाशित हो जाती है जिसे प्रतिबन्ध का सामना करना पड़ता है। तो आज ऐसी ही पुस्तक के बारे में बताएँगे – “Banned Books In India. वो किताबें जिन्हें पढ़ना तो दूर, भारत में ला भी नहीं सकते।

तो आइये जानते है की भारत में प्रतिबंधित क़िताब (Banned Books In India) कौन कौन सी है।

1. Godman to Tycoon:The Untold Story of Baba Ramdev

Godman to Tycoon

किताब Godman to Tycoon:The Untold Story of Baba Ramdev
लेख़क Priyanka Pathak Narain
पब्लिकेशन Juggernaut Publications, 2017

Godman to Tycoon यह पुस्तक बाबा रामदेव के जीवन पर आधारित है। इस पुस्तक को प्रियंका पाठक के द्वारा लिखा गया था। Juggernaut Publications के द्वारा इस पुस्तक को 2017 में प्रकाशित किया गया था।

इस किताब Godman to Tycoon:The Untold Story of Baba Ramdev पर यह इल्जाम था की, यह बाबा रामदेव की छवि को ग़लत तरह से लोगो के सामने प्रस्तुत करती है।

इस किताब पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए बाबा रामदेव ने अदालत में पिटीशन को लगाया। उन्होंने कहा की यह किताब उनके सार्वजनिक जीवन को कलंकित करती है। इसके बाद अदालत द्वारा इस पुस्तक पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया।

2. Ayesha

Ayesha

किताब Ayesha
लेख़क Kurt Frischler
पब्लिकेशन Barry and Rockliffe, 1963

आयशा इस किताब को कर्ट फ्रिस्च्लर ने लिखा था। जिसे बैरी एंड रॉकलिफ ने सन 1963 में प्रकाशित किया था। इस किताब को जर्मन भाषा में लिखा गया था ,जिसका नाम था – आयशा- मुहम्मद की सबसे पसंदीदा बीवी।

ऐसा माना जाता है की यह किताब मुस्लिमों की भावनाओं को ठेस पहुंचाती है। मुहम्मद की पत्नी आयशा की उम्र काफी कम थी, जब उसकी शादी की गयी थी। इस बात को लेकर हमेशा से काफी विवाद रहता है। इसलिए इस पुस्तक को भारत में प्रतिबंधित कर दिया। इसके आयात पर भी पाबंदी लगायी गयी है।

3. Unarmed Victory

Unarmed Victory

किताब Unarmed Victory
लेख़क Bertrand Russel
पब्लिकेशन Ruskin House, 1963

अनआर्म्ड विक्ट्री को बरट्रंड रसल के द्वारा लिखा गया है। 1963 में साइमन एंड शस्टर के द्वारा इसे प्रकाशित किया गया था। बरट्रंड रसल ने इसमें क्यूबा के मिसाइल क्राइसिस के बारे में लिखा है। साथ ही इसमें भारत और चीन के 1962 वाले युद्ध के बारे में भी लिखा है।

बरट्रंड रसल ने अपनी किताब में भारत के स्टैंड (चीन के खिलाफ ) को लेकर काफी गलत दिखाया है। इन सभी बिंदुओं को देखते हुए, किताब के प्रकाशित होते ही उसे भारत में बैन कर दिया गया।

4. The Satanic Verses

The Satanic Verses

किताब The Satanic Verses
लेख़क Salman Rushdie
पब्लिकेशन Random House Trade Paperbacks, 2008 (Reprint)

The Satanic Verses किताब के लेखक है Salman Rushdie। Random House Trade Paperbacks ने इसे प्रकाशित किया था। इस किताब को बैन करने का कारण है ईश निंदा।

इस किताब से मुस्लमान काफी ज्यादा भड़क गए थे। उनका कहना था की यह किताब उनके पैगम्बर मुहम्मद के चरित्र को नुकसान पहुंचती है। उस समय Salman Rushdie को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। उनके उनके ख़िलाफ़ फ़तवा भी जारी कर दिया गया था। इसलिए इस किताब को Banned Books In India की श्रेणी में शामिल किया गया।

5. The Face of Mother India

The Face of Mother India

किताब The Face of Mother India
लेख़क Katherine Mayo
पब्लिकेशन Harper & Brothers Publishers, 1935

द फेस ऑफ़ मदर इंडिया किताब को कैथरीन मायो ने लिखा था। इसका प्रकाशन 1935 में हार्पर एंड ब्रदर्स पब्लिशर्स ने किया था। इस किताब में कुछ हिन्दू कुरीतियों के बारे में बताया गया था।

इस किताब में कैथरीन के द्वारा कुछ कुरीतियों के बारे में बताया था जैसे बाल विवाह, सती प्रथा, दलितों के प्रति अत्याचार आदि। परन्तु साथ में इस बात पर भी जोर दिया की भारत स्वराज के काबिल नहीं है। ब्रिटिश शासन ही अच्छा है।

इस पुस्तक के लिए पुरे भारत में आक्रोश हुआ और इसके ख़िलाफ़ महात्मा गाँधी जी ने भी तीखी टिपण्णी दी थी। जिसके बाद इसे भारत में बैन कर दिया गया।

6. Rangeela Rasool

Rangeela Rasool

किताब Rangeela Rasool
लेख़क Pandit Chamupati MA
पब्लिकेशन Mohammed Rafi, 1927

रंगीला रसूल के लेखक है, पंडित चमूपति एम ए। इसे 1927 में मोहम्मद रफ़ी के द्वारा प्रकाशित किया गया था। इसमें पैग़म्बर मुहम्मद के बारे में तंज किया गया है।

यह घटना 1920 की बताई जाती है। पंजाब में आर्य समाज और मुसलमानों के बीच आपसी तनाव चल रहा था। ऐसा माना जाता है की तब एक पोस्टर पर सीता जी को वैश्या के रूप में दिखाया गया था। जिसके बदले में इस पुस्तक को लिखा गया।

पैगम्बर मोहम्मद की एक से ज्यादा शादियों को इस पुस्तक में एक तंज के रूप में लिखा गया है। जिसकी वजह से इसे बैन किया गया।

7. Lady Chaterlies Lover

Lady Chaterlies Lover

किताब Lady Chaterlies Lover
लेख़क D. H. Lawrence
पब्लिकेशन Italy (1928) First Private, then Penguin

लेडी चैटर्लीज़ लवर के लेखक है डी एच लॉरेंस। इस किताब को पहले इटली में प्राइवेट और बाद में पेंगुइन के द्वारा प्रकाशित किया गया था। इस क़िताब में एक महिला लेडी चैटर्ली का एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर दिखाया गया है। जब इसका पति कमर से नीचे पैरालाइस हो जाता है।

लेडी चैटर्लीज़ लवर को इसलिए बैन किया गया था क्योंकि यह काफी ज्यादा अश्लीलता को दर्शाती है। इसे ब्रिटिश सरकार ने बैन किया था, वैसे बाद में 1960 में सरकार द्वारा बैन को हटा लिया गया था। लेकिन भारत में इसे अभी भी प्रतिबंधित की श्रेणी में रखा हुआ है। इसलिए इस किताब को Banned Books In India की श्रेणी में शामिल किया गया।

8. Captive Kashmir

Captive Kashmir

किताब Captive Kashmir
लेख़क Aziz Baig
पब्लिकेशन Allied Business Corporation, 1957

कैप्टिव कश्मीर किताब को लिखा है अज़ीज़ बेग ने, और इस किताब को प्रकाशित किया था, अलायड बिजनेस कारपोरेशन ने 1957 में। इस किताब में भारत और कश्मीर के रिश्ते को कुछ अलग ढंग से समझाने की कोशिश की गयी है।

इस किताब में बताया गया है कि भारत का रवैया कश्मीर के प्रति बेहद क्रूर है। इस किताब में क्या है आप इसका अंदाजा किताब के शीर्षक से लगा सकते है – Captive Kashmir: Story of a Betrayed and Enslaved People “कैदी कश्मीर: धोखा खाए और गुलाम बनाए गए लोगों की कहानी”

9. Lajja

Lajja

किताब Lajja
लेख़क Taslima Nasrin
पब्लिकेशन

लज्जा किताब को तस्लीमा नसरीन के द्वारा लिखा गया था। इस किताब में बाबरी मस्जिद के ध्वस्त होने के बाद बांग्लादेश में हिंदुओ पर हुए अत्याचार के बारे में लिखा गया था।

बाबरी मस्जिद के ढ़हने के बाद बांग्लादेश में हिन्दुओं पर कई तरह के अत्याचार किये गए थे। इस किताब में यही बताया गया है। इसके प्रकाशन के बाद तस्लीमा नसरीन को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा और अंत में बांग्लादेश को छोड़कर जाना पड़ा।

इस किताब को बांग्लादेश में भी बैन किया गया है और भारत में भी। ताकि दोनों देशों का आपसी सौहार्द बना रहे।

10. Hindu Haven

Hindu Haven

किताब Hindu Haven
लेख़क Max Wylie
पब्लिकेशन Farrar & Rinehart, 1933

हिन्दू हैवन किताब के लेखक है मैक्स वाइली। फरार एंड राइनहार्ट ने इसे 1933 में प्रकाशित किया था। इस किताब में मैक्स वाइली ने भारत में अमेरिकी मिशनरीज के काम पर लिखा है।

इस किताब में मैक्स ने भारत के क्लाइमेट का मिशनरीज पर क्या असर पड़ा था, वो भी लिखा था. ये किताब तब से बैन है और इस पर कोई पुनर्विचार नहीं किया गया है. इसे इम्पोर्ट करके लाने पर भी बैन लगा हुआ है।

11. The True Furquan

The True Furquan

किताब The True Furquan
लेख़क Al Safi, Al Mahdi
पब्लिकेशन Wine Press Publishing, 1999

द ट्रू फुरकान, इस किताब के दो लेख़क है, अल सफ़ी और अल महदी। इसको साल 1999 में, वाइन प्रेस पब्लिशिंग के द्वारा प्रकाशित किया गया था। इस किताब में कुरआन की सीखों को क्रिश्चियनिटी से मिला जुलकर लिखा गया है।

इस किताब के बारे में कहा जाता है की इसमें मुसलमानों का मजाक उड़ाया गया है। यह किताब मुसलमानों को अपने धर्म से हटकर ईसाई धर्म की जाना का संकेत करती है। कस्टम विभाग द्वारा यह चेतावनी दी गयी है, की इस किताब को इम्पोर्ट करके भारत नहीं लाया जा सकता है।

12. Nine Hours to Ram

Nine Hours to Ram

किताब Nine Hours to Ram
लेख़क Stanley Wolpert
पब्लिकेशन Random House, 1962

स्टैनली वोलपर्ट के द्वारा इस पुस्तक नाइन आवर्स टू राम को लिखा गया था। सन 1962 में रैंडम हाउस ने इसे प्रकाशित किया था। इस किताब में लिखा गया है की महात्मा गाँधी की हत्या में सरकार का हाथ था।

यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के हिस्ट्री प्रोफ़ेसर स्टैनली वोल्पर्ट के द्वारा इस किताब में ये दावा किया गया है की महात्मा गाँधी की हत्या में नाथूराम गोडसे इसलिए सफल हो पाया क्यूंकि गाँधी की सुरक्षा में ढील दी गयी थी।

महात्मा गाँधी की सुरक्षा में ढ़ील गृह मंत्रालय द्वारा दी गयी थी। इसलिए नाथूराम गोडसे द्वारा गाँधी जी की हत्या की गयी। इसलिए इस किताब को Banned Books In India की श्रेणी में शामिल किया गया।

निष्कर्ष

तो दोस्तों आज हमने जाना की “Banned Books In India. वो किताबें जिन्हें पढ़ना तो दूर, भारत में ला भी नहीं सकते।” इस विषय पर मैंने आपको पूरी जानकारी देने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको जरूर पसंद आया होगा।

इन्हे पढ़ें –

Banned Books In India. वो किताबें जिन्हें पढ़ना तो दूर, भारत में ला भी नहीं सकते।

आशा करता हूँ आपको ये जानकारी जरूर पसंद आयी होगी। अगर आपको ये जानकारी पसंद आयी हो तो जरूर Comment Box में बताएं और अगर आप कुछ पूछना या बताना चाहते है तो कृपया Comment करे, मैं जरूर Reply देनें की कोशिश करूँगा।

Jitendra Prajapati Administrator
संस्थापक www.HindiPlus.in
दोस्तों, मेरा नाम जितेन्द्र प्रजापति है। मैं B.Com ग्रेजुएट हूँ। अभी एक MNC में कार्यरत हूँ। मुझे नयी जानकारी से भरे आर्टिकल पढ़ना और लिखना बहुत पसंद है।
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