रामायण के कुछ रोचक तथ्य जो शायद ही आपको पता हो ? Amazing Facts about Ramayan.

दोस्तों दूरदर्शन पर रामायण का दुबारा प्रसारण होना शुरू हो गया है और रामायण के प्रसारण के साथ ही दूरदर्शन TRP में पहले नंबर पर आ गया है. हम सभी महाभारत और रामायण देखकर बड़े हुए है. भारत में सीरियल रामायण और उनके कलाकारों काफी प्रसिद्धि मिली है. हो भी क्यों न क्योकि रामानंद सागर की रामायण ने लोगो के दिलो में राम को गहराई से बिठाया है. अगर कलाकार की बात करें तो उनका स्थान कोई दूसरा नहीं ले सकता क्योंकि बाद में भी कई बार दूसरे कलाकारों के साथ रामायण को बनाया गया लेकिन वो सफलता नहीं मिल पायी जो रामानंद की रामायण को मिली है. तो आइये रामायण के कुछ ऐसे रोचक तथ्यों को बताते है जो शायद ही आपको पता होंगे :-

हनुमान

एक अख़बार को दिए इंटरव्यू के अनुसार विन्दु दारा सिंह (दारा सिंह के पुत्र) जब सीरियल रामायण की शूटिंग में उनके पिता दारा सिंह ने हनुमान का किरदार निभाया तो दारा सिंह ने मासाहारी भोजन (Non-Veg) खाना छोड़ दिया था. सुबह नाश्ते में बस जूस लिया करते थे. आपको बता दे की रामायण की शूटिंग उमरगांव में हुयी थी.

भगवान् राम की बहन कौन थी ?

अधिकांश लोग जानते है की राजा दशरथ के चार पुत्र थे. लेकिन ये बात कम लोग ही जानते है की राजा दशरथ के चार पुत्र और एक पुत्री थी. इस बात का उल्लेख दक्षिण भारत की रामायण में मिलता है. दशरथ की पुत्री अर्थात राम की बहन का नाम शांता था. शांता चारो भाइयो से बड़ी थी. ऐसा कहा जाता है की शांता रानी कौशल्या की पुत्री थी. पर जब उसका जन्म हुआ था तो कुछ समय बाद उसे अंगदेश के राजा ने गोद ले लिया था. भगवान् राम की बड़ी बहन शांता का पालन पोषण राजा रोमपद और महारानी वर्षिणी ने किया था. वर्षिणी रानी कौशल्या की बहन थी अर्थात राम की मौसी।

रावण द्वारा लिखे गए महान लेख

वाल्मीकि रामायण में रावण को बहुत की ज्ञानी पंडित बताया गया है. रावण सोने की लंका का राजा होने के साथ साथ काफी बलशाली, बुद्धिमान और शिव भक्त भी था. इसी के साथ साथ वो ज्योतिष, वास्तु और विज्ञानं का भी ज्ञान रखता था. रावण ने अपने जीवन कल में अनेको लेख लिखे थे आइये उनके बारे में जानते है :-
  1. शिव तांडव स्त्रोत : रावण ने अपने आराध्य शिव की स्तुति में ‘शिव तांडव स्तोत्र’ की रचना की थी।
  2. रावण संहिता : रावण संहित रावण के जीवन और ज्योतिष की बेहतर जानकारियों का भंडार है।
चिकित्सा और तंत्र के क्षेत्र में
  1. दस शतकात्मक अर्कप्रकाश
  2. दस पटलात्मक
  3. उड्डीशतंत्र
  4. कुमारतंत्र
  5. नाड़ी परीक्षा
अन्य
  1. अरुण संहिता
  2. अंक प्रकाश
  3. इंद्रजाल
  4. प्राकृत कामधेनु
  5. प्राकृत लंकेश्वर
  6. रावणीयम

लक्ष्मण 14 वर्ष क्यों नहीं सोये ?

ऐसा कहा जाता है की जब राम, लक्ष्मण और सीता 14 वर्ष के लिए वनवास गए थे तो लक्ष्मण 14 साल तक सोये नहीं थे. रात के समय जब राम और सीता सो जाते थे तो लक्ष्मण जागते हुए पहरा देते थे. एक कथा के अनुसार जब लक्ष्मण अयोध्या महल से राम और सीता के साथ वनवास के लिए जा रहे थे तो अपनी पत्नी उर्मिला और अपने हिस्से की नींद दे कर गए थे जिस कारण उर्मिला एक दिन में दो बार सोती थी.
दूसरी कथा के अनुसार लक्ष्मण को एक वरदान दिया गया था जिसके अनुसार लक्ष्मण अपनी आंखे खोलकर भी सो सकते थे.

भरत नंदीग्राम में क्योँ रहने लगे ?

भरत, राम के छोटे भाई थे. जब भारत को पता चल की राम वनवास चले गए है तो भरत राजतिलक का सारा सामान लेकर वन की और चले गए  ताकि राम का राजतिलक करके वापस अयोध्या लाया जाये लेकिन राम ने आने से मना कर दिया क्योंकि उन्हें पिता की आज्ञा का पालन करना था. तब भरत ने भी राजमहल में रहने से मन कर दिया था और नंदीग्राम में रहने लगे थे और वंही से राज्य के कार्य करते थे. ये बात तो हर कोई जनता है लेकिन ये बात बहुत की कम लोग जानते है की भरत की पत्नी मांडवी भी भरत के साथ ही नंदीग्राम में रहती थी.

भरत के बच्चों के नाम

भरत की पत्नी मांडवी राजा जनक के छोटे भाई कुशध्वज की बेटी थी. मांडवी नंदीग्राम में रहकर पति भरत के हर कार्य में सहयोग करती थी. भरत के दो पुत्र थे तक्ष और पुष्कल।

दूसरी बार राम और भरत मिलाप कँहा हुआ ?

भगवान राम और भरत का मिलाप चित्रकूट पर्वत पर होता है यह तो अधिकतर लोग जानते है लेकिन राम और भरत का दूसरा मिलाप नंदीग्राम में होता है जो एक उत्सव के रूप में मनाया जाता है. विजयदशमी के अगले दिन अर्थात् आश्विन शुक्ल एकादशी को भरत मिलाप उत्सव मनाया जाता है. इस दिन भगवान राम 14 वर्ष का वनवास पूरा करके अपने भाई भरत के गले मिले थे. इस उत्सव का उल्लेख वाल्मीकि रामायण के उत्तर कांड में किया गया है.
जाते जाते आपके लिए एक प्रश्न, अगर मै आपसे राम के चेहरे के बारे में बात करूँ तो, 99.9% आपको रामानंद की रामायण के राम, अरुण गोविल जी का ही चेहरा याद आएगा, अगर आपका उत्तर हाँ है तो Comment करके जरूर बताये, क्यों? जबकि बाद में भी कई बार रामायण बन चुकी है.
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Jitendra Prajapati Administrator
संस्थापक www.HindiPlus.in
दोस्तों, मेरा नाम जितेन्द्र प्रजापति है। मैं B.Com ग्रेजुएट हूँ। अभी एक MNC में कार्यरत हूँ। मुझे नयी जानकारी से भरे आर्टिकल पढ़ना और लिखना बहुत पसंद है।
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